Aatmatatwa (Hindi Self-help)

आत्मतत्त्व

Nonfiction, Reference & Language, Foreign Languages, Indic & South Asian Languages, Health & Well Being, Self Help, Self Improvement, Motivational
Cover of the book Aatmatatwa (Hindi Self-help) by Swami Vivekananda, स्वामी विवेकानन्द, Bhartiya Sahitya Inc.
View on Amazon View on AbeBooks View on Kobo View on B.Depository View on eBay View on Walmart
Author: Swami Vivekananda, स्वामी विवेकानन्द ISBN: 9781613013113
Publisher: Bhartiya Sahitya Inc. Publication: February 12, 2014
Imprint: Language: Hindi
Author: Swami Vivekananda, स्वामी विवेकानन्द
ISBN: 9781613013113
Publisher: Bhartiya Sahitya Inc.
Publication: February 12, 2014
Imprint:
Language: Hindi
स्वामी विवेकानन्दजी के कुछ महत्वपूर्ण व्याख्यान तथा उनके कुछ प्रवचनों का सारांश ''आत्मतत्त्व'' के रूप में पाठकों के सम्मुख है। 'आत्मा', ' आत्मा:उसके बन्धन तथा मुक्ति', 'आत्मा, प्रकृति तथा ईश्वर', ' आत्मा का स्वरूप और लक्ष्य' आदि पुस्तक के विभिन्न, अध्यायों में स्वामीजी ने आत्मा के स्वरूप, उसके बन्धन तथा मुक्ति का विवेचन किया है। स्वामीजी? का कथन है - 'आत्मानुभूति ही वस्तुत: धर्म है।' अत: आत्मा के स्वरूप का ज्ञान प्राप्त कर उसकी प्रत्यक्ष उपलब्धि के द्वारा अज्ञान के बन्धनों से मुक्त होना ही मानव-जीवन का चरम लक्ष्य है। आत्मस्वरूप की मीमांसा करनेवाले तीन मत - द्वैत, विशिष्टाद्वैत और अद्वैत का विश्लेषण कर स्वामीजी ने इस पुस्तक में स्पष्टत: दर्शा दिया है कि ये तीनों मत परस्पर विरोधी नहीं, अपितु परस्पर पूरक हैं। स्वामीजी ने इस तथ्य पर भी प्रकाश डाला है कि आत्मानुभूति प्राप्त करने के लिए बाह्य और आन्तर प्रकृति पर विजय प्राप्त करना आवश्यक हैं तथा यह विजय- लाभ वासना-त्याग एवं अन्तःशुद्धि के बिना सम्भव नहीं। मानव-जीवन के सफल होने के लिए तथा सच्चे सुख एवं शान्ति का अधिकारी बनने के लिए आत्मतत्त्व का ज्ञान प्राप्त करना अनिवार्यतया आवश्यक है और इसीलिए इस पुस्तक में स्वामीजी ने जो मार्गदर्शन कराया है वह सभी के लिए निश्यचरूपेण श्रेयस्कर है।
View on Amazon View on AbeBooks View on Kobo View on B.Depository View on eBay View on Walmart
स्वामी विवेकानन्दजी के कुछ महत्वपूर्ण व्याख्यान तथा उनके कुछ प्रवचनों का सारांश ''आत्मतत्त्व'' के रूप में पाठकों के सम्मुख है। 'आत्मा', ' आत्मा:उसके बन्धन तथा मुक्ति', 'आत्मा, प्रकृति तथा ईश्वर', ' आत्मा का स्वरूप और लक्ष्य' आदि पुस्तक के विभिन्न, अध्यायों में स्वामीजी ने आत्मा के स्वरूप, उसके बन्धन तथा मुक्ति का विवेचन किया है। स्वामीजी? का कथन है - 'आत्मानुभूति ही वस्तुत: धर्म है।' अत: आत्मा के स्वरूप का ज्ञान प्राप्त कर उसकी प्रत्यक्ष उपलब्धि के द्वारा अज्ञान के बन्धनों से मुक्त होना ही मानव-जीवन का चरम लक्ष्य है। आत्मस्वरूप की मीमांसा करनेवाले तीन मत - द्वैत, विशिष्टाद्वैत और अद्वैत का विश्लेषण कर स्वामीजी ने इस पुस्तक में स्पष्टत: दर्शा दिया है कि ये तीनों मत परस्पर विरोधी नहीं, अपितु परस्पर पूरक हैं। स्वामीजी ने इस तथ्य पर भी प्रकाश डाला है कि आत्मानुभूति प्राप्त करने के लिए बाह्य और आन्तर प्रकृति पर विजय प्राप्त करना आवश्यक हैं तथा यह विजय- लाभ वासना-त्याग एवं अन्तःशुद्धि के बिना सम्भव नहीं। मानव-जीवन के सफल होने के लिए तथा सच्चे सुख एवं शान्ति का अधिकारी बनने के लिए आत्मतत्त्व का ज्ञान प्राप्त करना अनिवार्यतया आवश्यक है और इसीलिए इस पुस्तक में स्वामीजी ने जो मार्गदर्शन कराया है वह सभी के लिए निश्यचरूपेण श्रेयस्कर है।

More books from Bhartiya Sahitya Inc.

Cover of the book Sambhal Kar Rakhna (Hindi Gazal) by Swami Vivekananda, स्वामी विवेकानन्द
Cover of the book Mai Sadak Hoon (Hindi Poetry) by Swami Vivekananda, स्वामी विवेकानन्द
Cover of the book Premchand Ki Kahaniyan-22 by Swami Vivekananda, स्वामी विवेकानन्द
Cover of the book Harivanshrai Bachchan Ki Kavitayen by Swami Vivekananda, स्वामी विवेकानन्द
Cover of the book Ek Ehsas (Hindi Stories) by Swami Vivekananda, स्वामी विवेकानन्द
Cover of the book Sambhavami Yuge Yuge-1 (Hindi Novel) by Swami Vivekananda, स्वामी विवेकानन्द
Cover of the book Premchand Ki Kahaniyan-02 by Swami Vivekananda, स्वामी विवेकानन्द
Cover of the book Hori (Hindi Drama) by Swami Vivekananda, स्वामी विवेकानन्द
Cover of the book Sri Shankaracharya Ki Vani (Hindi Wisdom-bites) by Swami Vivekananda, स्वामी विवेकानन्द
Cover of the book Gupt Dhan-1 (Hindi Stories) by Swami Vivekananda, स्वामी विवेकानन्द
Cover of the book Geetanjali (Hindi poetry) by Swami Vivekananda, स्वामी विवेकानन्द
Cover of the book Premchand Ki Kahaniyan-27 by Swami Vivekananda, स्वामी विवेकानन्द
Cover of the book Sachcha Guru Kaun? (Hindi Self-help) by Swami Vivekananda, स्वामी विवेकानन्द
Cover of the book Premashram (Hindi Novel) by Swami Vivekananda, स्वामी विवेकानन्द
Cover of the book Sapt Suman (Hindi Stories) by Swami Vivekananda, स्वामी विवेकानन्द
We use our own "cookies" and third party cookies to improve services and to see statistical information. By using this website, you agree to our Privacy Policy